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तांत्रिक अघोरानंद की यात्रा

ebook

दीपावली की रात मैं बाहर गलियारे में चारपाई पर सोया हुआ था | पटाखों की धुआंधार आवाजों का समय गुजर चुका था | धीरे धीरे उनकी आवाज मध्यम होते होते समाप्त होने के कगार पर आ चुकी थी | मैं भी सोने की कोशिश करता हुआ पुराने दिनों को याद कर रहा था | या यूं कहिए की रातों को याद कर रहा था | हल्की नींद का झोंका मेरी आंखों में समाने लगा था.........

तभी ! अचानक ! ऐसा लगा जैसे चारपाई के पास कोई बम फूट गया हो ! मैं हड़बड़ा कर उठ बैठा !

नीले रंग की रोशनी का एक गोला मेरी चारपाई के पास नजर आया, जिसमें लगभग 1 फुट की मानव आकृति दिखाई दे रही थी | इस प्रकार की कोई चीज मैंने वास्तविक जीवन में नहीं देखी थी तांत्रिक कथाओं और मनोहर कहानियां जैसे काल्पनिक ग्रंथों में अवश्य पढा था , जिनमें कई रहस्यमय घटनाओं का जिक्र होता था |

अनहोनी घटना की आशंका से मेरा दिल घबराया !


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Formats

OverDrive Read
EPUB ebook

subjects

Fiction Literature

Languages

Hindi

दीपावली की रात मैं बाहर गलियारे में चारपाई पर सोया हुआ था | पटाखों की धुआंधार आवाजों का समय गुजर चुका था | धीरे धीरे उनकी आवाज मध्यम होते होते समाप्त होने के कगार पर आ चुकी थी | मैं भी सोने की कोशिश करता हुआ पुराने दिनों को याद कर रहा था | या यूं कहिए की रातों को याद कर रहा था | हल्की नींद का झोंका मेरी आंखों में समाने लगा था.........

तभी ! अचानक ! ऐसा लगा जैसे चारपाई के पास कोई बम फूट गया हो ! मैं हड़बड़ा कर उठ बैठा !

नीले रंग की रोशनी का एक गोला मेरी चारपाई के पास नजर आया, जिसमें लगभग 1 फुट की मानव आकृति दिखाई दे रही थी | इस प्रकार की कोई चीज मैंने वास्तविक जीवन में नहीं देखी थी तांत्रिक कथाओं और मनोहर कहानियां जैसे काल्पनिक ग्रंथों में अवश्य पढा था , जिनमें कई रहस्यमय घटनाओं का जिक्र होता था |

अनहोनी घटना की आशंका से मेरा दिल घबराया !


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